India’s Covid-19 cases: एशिया के कई देशों के साथ ही साथ भारत में भी कोरोना फिर तेजी से पैर पसार रहा है। कोरोना का संक्रमण लगभग देश के सभी राज्यों में फैल गया है। रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में भारत में कोविड-19 के 769 नए मामले सामने आए हैं और 6 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही सक्रिय मामलों की कुल संख्या 6,133 तक पहुँच गई है। केरल इस समय सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य बना हुआ है, जिसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल और दिल्ली का नंबर आता है।
बढ़ते संक्रमण को देखते हुए, केंद्र सरकार ने देशभर में अस्पतालों की तैयारियों की जांच के लिए मॉक ड्रिल शुरू कर दी है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से बेहतर तरीके से निपटा जा सके। जनवरी 2025 से 8 जून तक, देश में कुल 5,484 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं, जिनमें से 760 लोग सिर्फ़ जून महीने में ठीक हुए हैं। सरकार और स्वास्थ्य विभाग लगातार हालात पर नज़र रख रहे हैं और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है।
इस वेरिएंट का आ रहे मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, राज्य में जो नए केस आ रहे हैं, वे ओमिक्रॉन के जेएन.1, एलएफ.7, एलएफ.7.9 और एक्सएफजी वेरिएंट से जुड़े हैं। ये वेरिएंट आमतौर पर हल्के बुखार और खांसी जैसे लक्षण पैदा करते हैं।
इन राज्यों में नहीं आए एक भी केस
पिछले 24 घंटों में अरुणाचल प्रदेश, चंडीगढ़, मिजोरम और त्रिपुरा जैसे चार राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने कोविड-19 का कोई नया मामला दर्ज नहीं किया। यह इन क्षेत्रों के लिए राहत की खबर है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) के तहत राज्य और जिला स्तर की टीमें इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) के मामलों पर लगातार नज़र रख रही हैं। यह निगरानी व्यवस्था सुनिश्चित करती है कि किसी भी संभावित खतरे को समय पर पहचाना जा सके और तुरंत कार्रवाई की जा सके।
अलर्ट मोड में सरकार
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, सभी भर्ती किए गए SARI (गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण) मामलों और 5% ILI (इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी) मामलों की कोविड-19 जांच की सिफारिश की जाती है। इसके अलावा, जो SARI सैंपल पॉजिटिव पाए जाते हैं, उन्हें आगे की जांच के लिए ICMR के VRDL नेटवर्क को भेजा जाता है, जहाँ उनका संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण किया जाता है, ताकि वायरस में किसी बदलाव की पहचान की जा सके। कोविड की स्थिति और तैयारियों का जायजा लेने के लिए, 2 और 3 जून को तकनीकी समीक्षा बैठकें की गईं। इन बैठकों की अध्यक्षता स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक सुनीता शर्मा ने की। सरकार की कोशिश है कि किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए पहले से पूरी तैयारी रखी जाए।